रूपकुंड: कंकालों की रहस्यमय झील- कैलाश पर्वत: भाग 5
साल 1942 का एक सामान्य दिन, उत्तराखंड यानि तब के संयुक्त प्रदेश के जिला चमोली में त्रिशूल पर्वत शिखर के […]
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साल 1942 का एक सामान्य दिन, उत्तराखंड यानि तब के संयुक्त प्रदेश के जिला चमोली में त्रिशूल पर्वत शिखर के […]
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कल्पना कीजिए, करीब एक लाख लोगों का हँसता-खेलता एक शहर। बड़ी-बड़ी बिल्डिंग्स और लोगों के हलचल से भरा। बड़े-बड़े भव्य
शंभाला नगर: जहां हनुमान और अश्वत्थामा रहते हैं?-कैलाश पर्वत: भाग 4 Read Post »
जैसे सीता की परीक्षा और निर्वासन के कारण राम को स्त्री विरोधी माना जाने लगा उसी तरह शंबूक की हत्या
राम ने शंबूक को क्यों मारा?-भाग 68 Read Post »
शिव का शाब्दिक अर्थ होता है ‘कल्याण करने वाला’। वे एक शांत एवं विरक्त सन्यासी हैं। तो फिर अघोरी, तांत्रिक,
अघोरी आदि वाममार्गी पंथ शिव की पूजा ही क्यों करते हैं?-शिव: भाग 2 Read Post »
दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, इस स्तोत्र के प्रतिदिन पाठ करने से भगवान शिव
दारिद्र्य दहन शिव स्तोत्र (हिन्दी अर्थ सहित) Read Post »
इतिहासकारों के अनुसार छठी शताब्दी ईसा पूर्व में भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। बुद्ध भगवान राम के बड़े पुत्र
वाल्मीकि रामायण और बौद्ध धर्म में क्या संबंध है?-भाग 67 Read Post »
सीता की अग्नि परीक्षा और बाद में किसी और के कहने मात्र से गर्भवती अवस्था में उनका निर्वासन– ये दो ऐसी घटनाएँ
क्या राम स्त्री विरोधी थे?-भाग 66 Read Post »
राम ने नैमिषारण्य में गोमती नदी के तट अश्वमेध यज्ञ का आयोजन किया। इसमें अयोध्या राजपरिवार के सभी सदस्य, उच्चाधिकारी,
सीता ने भूमि प्रवेश क्यों किया?-भाग 65 Read Post »
कुम्भ में लगभग हर संप्रदाय के साधू संत और भक्त लोग आए हुए हैं। पर सबसे ज्यादा जो लोगों के
भगवान शिव का प्रेत, पशु, विष और मृत्यु से संबंध: शिव: भाग 1 Read Post »
कुम्भ की विशाल भीड़ इस बात का स्वयं प्रमाण है कि लोगों में कुम्भ और संगम में स्नान को लेकर
कुम्भ स्नान धर्म है या पुण्य? Read Post »